परिकर अलंकार वाक्य
उच्चारण: [ periker alenkaar ]
उदाहरण वाक्य
- परिकर अलंकार [काव्य का रचना शास्त्र:
- काव्य प्रकाश पर ' काव्यप्रकाशनिदर्शना' नामक टीका के लेखक राजानक आनन्द ने 1685 में लिखा है कि परिकर अलंकार तक की रचना आचार्य मम्मट की है और शेष भाग अल्लट सूरि नामक
- काव्य प्रकाश पर ' काव्यप्रकाशनिदर्शना ' नामक टीका के लेखक राजानक आनन्द ने 1685 में लिखा है कि परिकर अलंकार तक की रचना आचार्य मम्मट की है और शेष भाग अल्लट सूरि नामक विद्वान द्वारा लिखा गया हैः-
- जब विशेष प्रयोजन से विशेषण के द्वारा विशेष्य का कथन किया जाता है तो उसे ' परिकर अलंकार ' कहा जाता है | उदाहरण: १. सोच हिमालय के अधिवासी! यह लज्जा की बात हाय | अपने ताप तपे तापों से, तू न तनिक भी शांति पाय ||